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हरी मिर्च खाने के कुछ मीठे फायदे।

हरी मिर्च खाने के कुछ मीठे फायदे।
हरी मिर्च खाने के कुछ मीठे फायदे।  



     खाने को तीखा बनाने वाली हरी मिर्च सेहत के लिए बहुत ही गुणकारी है तो चलिए उसके कुछ
     फायदों के बारे में जानते है।

1 - गर्मी में हरी मिर्च का सेवन करने से पसीना कम आता है और लू भी नहीं लगाती है।
2 - हरी मिर्च शरीर के तापमान को संतुलित रखती है।
3 - हरी मिर्च आँखों के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होती है इसका सेवन करने से आँखों की रोशनी
     बनी रहती है और immunsystem भी अच्छा रहता है।

4 - cancer जैसे रोग से लड़ने में हरी मिर्च बहुत ही सहायक होती है इसके सेवन से शरीर में
     कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं बढ़ती है और ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है।

5 - हरी मिर्च के सेवन से चेहरे पर निखार आता है और झुर्रिया कम हो जाती है।
6 - हरी मिर्च के रस को शहद के साथ मिलाकर खाने से अस्थमा के रोगियों को लाभ होता है।
7 - हरी मिर्च में भरपूर मात्रा में fiver पाया जाता है जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।

8 - हरी मिर्च शरीर में metabolism के अस्तर को बढ़ाती है जिससे की मोटापा नियंत्रण में रहता है,
     तो ये थे हरी मिर्च के कुछ मीठे फायदे।
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कैलाश मंदिर के आश्चर्यजनक रहस्य।

कैलाश मंदिर के आश्चर्यजनक रहस्य।

कैलाश मंदिर के आश्चर्यजनक रहस्य।


All photos taken from Google labeled for reuse with modification   

एलोरा का कैलाश मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एलोरा की गुफाओ में स्थित है यह अपने रहस्य के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है इसका रहस्य आज तक वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए है यह अजंता एलोरा की गुफा नंबर 16 में स्थित है इस मंदिर को पत्थरो को जोड़ - जोड़ के नहीं बनाया गया है बल्कि इसे एक ही पत्थर से ऊपर से निचे की तरफ काट के बनाया गया है। यह दुनिया का सबसे पुराना और इकलौता ऐसा मंदिर है जो इस तरह बनाया गया है ऐसा कहा जाता है की यह मंदिर वाइट प्लास्टर से ढका हुआ था इसी लिए इसका नाम कैलाश मंदिर पड़ा, कुछ वैज्ञानिक कहते है की इसे आज से 6000 साल पहले बनाया गया था तो कुछ वैज्ञानिक कहते है की इसे आज  से 1200 साल पहले बनाया गया था इसकी वजह ये है की इसे पहाड़ को काट के बनाया गया है इसी लिए कोई भी इसका सही अनुमान नहीं लगा पाया है।

इस मंदिर में सुरंगे है जो कहा तक जाती है आज तक कोई भी इसका पता नहीं लगा पाया है कई लोग और वैज्ञानिक भी इस मंदिर के निर्माण को एलिअन्स से भी जोड़ते है क्यों की इस मंदिर को देखने के बाद इस मंदिर को फिर से बनाना असंभव लगता है इसी लिए इसके ऊपर हिस्ट्री चैनल ने एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई है जो इस मंदिर को बनाने का काम एलियंस का है उसमे बताया गया है।  


1 - कैलाश मंदिर आधुनिक टेक्नोलॉजी के लिए एक बड़ा रहस्य है. कई प्राचीन हिन्दू मंदिरों की तरह इस मंदिर में कई आश्चर्यजनक बातें हैं जोकि हमें हैरान करती हैं. हमारे गौरवशाली और अति-विकसित इतिहास के बारे में जान के हैरानी और आश्चर्य दोनों होता है क्यों की आज के समय में भी ऐसा मंदिर या ईमारत बनाना लगभग नामुमकिन है।

2 - किसी मंदिर या भवन को बनाते समय पत्थरों के टुकड़ों को एक के ऊपर एक जमाते हुए बनाया जाता है. कैलाश मंदिर बनाने में एकदम अनोखा ही तरीका अपनाया गया. यह मंदिर एक पहाड़ के शीर्ष को ऊपर से नीचे काटते हुए बनाया गया है. जैसे एक मूर्तिकार एक पत्थर से मूर्ति तराशता है, वैसे ही एक पहाड़ को तराशते हुए यह मंदिर बनाया गया जो की एक अजूबा लगता है।

3 - पूरा मंदिर पत्थर काट कर खम्बे, द्वार, नक्काशी आदि बनाई गयी. जो की अपने आप में आश्चर्य से कम नहीं है, इसके अतिरिक्त बारिश के पानी को संचित करने का सिस्टम, पानी बाहर करने के लिए नालियां, मंदिर टावर और पुल, महीन डिजाईन बनी खूबसूरत छज्जे, बारीकी से बनी सीढ़ियाँ, गुप्त अंडरग्राउंड रास्ते आदि सबकुछ पत्थर को काटकर बनाना सामान्य बात नहीं है ऐसी कारीगरी आज के आधुनिक युग में भी मुमकिन नहीं है।


4 - आज के वैज्ञानिक और शोधकर्ता अनुमान लगाते हैं कि मंदिर बनाने के दौरान करीब 4,00,000 टन पत्थर काट कर हटाया गया होगा. इस हिसाब से अगर 7,000 मजदूर 150 वर्ष तक काम करें तभी यह मंदिर पूरा बना होगा, लेकिन बताया जाता है कि यह मंदिर इससे काफी कम समय महज 17 वर्ष में ही बनकर तैयार हो गया था यही वजह है की यह एक रहस्यमई मंदिर है।

5 - उस काल में जब बड़ी - बड़ी क्रेन मशीने और कुशल औजार नहीं होते थे, तो इतना सारा पत्थर कैसे काटा गया होगा और मंदिर स्थल से हटाया कैसे गया होगा. यह आज भी एक रहस्य ही बना हुआ है. क्या किसी परग्रही या एलियन टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके यह मंदिर बनाया गया था ? कोई नहीं जानता मगर इस मंदिर को देखकर तो ऐसा ही लगता है।

6 - माना जाता है कि कैलाश मंदिर राष्ट्रकुल राजा कृष्ण प्रथम ने (756AD-773AD) के दौरान बनवाया था. इसके अतिरिक्त इस मंदिर को बनाने का उद्देश्य, बनाने की टेक्नोलॉजी, बनाने वाले का नाम जैसी कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है. मंदिर की दीवारों पर उत्कीर्ण लेख बहुत पुराना हो चुका है एवं लिखी गयी भाषा को आज तक कोई भी पढ़ नहीं पाया है.

7 - आज के समय में ऐसा मंदिर बनाने के लिए सैकड़ों ड्राइंगस, 3D डिजाईन सॉफ्टवेयर, CAD सॉफ्टवेयर, छोटे मॉडल्स बनाकर उसकी रिसर्च, सैकड़ों इंजीनियर, कई हाई क्वालिटी कंप्यूटरर्स की आवश्यकता पड़ेगी, पर उस काल में यह सब कैसे सुनिश्चित किया गया होगा ? इसका जबाब आज तक न कोई वैज्ञानिक दे पाया है ना ही विज्ञानं, सबसे बड़ी बात तो यह है कि आज इन सब आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके भी ऐसा दूसरा मन्दिर बनाना असम्भव है यही वजह है की आज भी यह मंदिर एक रहस्य ही बना हुआ है।
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बेल ( Aegle marmelos ) के सेवन के कुछ फायदे

बेल  ( Aegle marmelos ) के सेवन के कुछ फायदे

बेल  ( Aegle marmelos ) के सेवन के कुछ फायदे





1 - बेल एक बहुत ही स्वस्दिष्ट फल होता है, खासकर इसका शरबत बहुत ही स्वाद से भरा सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. बेल में भरपूर मात्रा में मैगनीज, कैल्शियम, आयरन मौजूद होते है जो हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. आज मैं आपको बेल के कुछ स्वास्थ्य लाभ के बारे में बताऊंगा .

2 - अगर आपको लम्बे समय से बुखार आ रहा है तो इसे उतारने के लिए बेल के जूस का सेवन करे. इसे पीने से बुखार जल्दी उतर जाता हैं. इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन ई, बी, सी मौजूद होते है. जो हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते है. इसके अलावा नियमित रूप से बेल का जूस पीने से पेट से जुड़ी समस्याएं नहीं होती हैं.



3 - कैंसर से बचाव के लिए
नियमित रूप से बेल का रस पीने से ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका काफी कम हो जाती है.

4 - खून साफ करने में सहायक
बेल के रस में कुछ मात्रा गुनगुने पानी की मिला लें. इसमें थोड़ी सी मात्रा में शहद डालें. इस पेय के नियमित सेवन से खून साफ हो जाता है.

5 -  कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार
बेल का रस कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मददगार होता है.

6 -  दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव में सहायक
बेल का रस तैयार कर लीजिए और उसमें कुछ बूंदें घी की मिला दीजिए. इस पेय को हर रोज एक निश्चित मात्रा में लें. इसके नियमित सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव होता है. ये ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होता है.
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ब्‍लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स हटाने का घरेलू नुस्खा ....

ब्‍लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स हटाने का घरेलू नुस्खा ....
  ब्‍लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स हटाने का घरेलू नुस्खा ....




ब्‍लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स के प्रॉब्लम्स के कारण चेहरा डल होने लगता है। खासकर ब्‍लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स की समस्या से तो चेहरा भद्दा लगने लगता है। यदि आपके साथ भी यह समस्या है तो खूब सारा पानी पिएं इससे स्किन में चमक आती है क्यों की पानी शरीर में रक्त के प्रवाह को अच्छे से बनाये रखता है और शरीर की गन्दगी भी बाहर निकालने में मदद करता है जिसकी वजह से पिम्पल से भी छुटकारा मिलता है इसके साथ ही हमें नियमित योग और कसरत भी करनी चाहिए।

इसके अलावा ब्‍लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स हटाने का ये घरेलू नुस्खा आपके लिए काफी फायदेमंद होगा.....


दही, कॉफी और बेसन का मिश्रण ...



१ - दो चम्मच दही में एक बड़ा चम्मच कॉफी पाउडर और एक चम्मच बेसन मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छी तरह मिला कर अपने चेहरे पर लगाएं और हल्के हाथों से धीरे - धीरे मसाज करें। ध्यान रहे कि ये पेस्ट उन हिस्सों में ज्यादा लगाया जाए, जहां ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स  हैं।

2 - सर्कुलर मोशन में ऐसा दो से तीन मिनट तक करें। इसके बाद इसे 5 मिनट के लिए छोड़ दे फिर पानी से चेहरे को अच्छी तरह धोएं। इसके बाद टोनर का इस्तेमाल करें। दिन में कम से कम एक बार अपने चेहरे पर मॉइस्चराइज़र लगाना बिल्कुल ना भूलें।

3 - आप हफ्ते में कई बार इस मिश्रण का इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रहे कि कॉफी, बेसन और दही का ये पेस्ट चेहरे पर लगाने से पहले आप चेहरे का मेकअप अच्छी तरह से हटा ले नहीं तो चहरे की स्किन को नुकसान हो सकता है।
इनके इस्तेमाल से चहरे के दाग धब्बे कम होंगे और ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स से छुटकारा मिल जायेगा।
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