लहसुन के औषधीय गुण
सल्फर पदार्थ के होने के कारण लहसुन में एक तीव्र गंध आती है जिसके कारण इसमें रोगानुरोधक विशेषताएं भी होती है।
लहसुन के तेल में गंध ज्यादा मात्रा में पाई जाती है, इस लिए
इसमें औषधी तत्व होते है।
लहसुन पुष्टि कर, वीर्यवर्धक, गर्म, पाचक, रेचक है।
लहसुन मेधा शक्ति वर्धक है।
लहसुन के 5 फायदे | 5 Benefits of garlic
सांस के विकार (दमा) | Respiratory disorder (Asthma)
पाचन विकार | Constipation
उच्च रक्त चाप | High Blood Pressure
हृदय रोग | Heart Trouble
1 - सांस के विकार, दमा
लहसुन दमा के रोगियों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित होता है। सांस आसानी से चले,इसलिये लहसुन की एक पंखुडी गर्म करके नमक के साथ खाये। दमा कम होने लिये एकप्याली गर्म पानी में दो चम्मच शहद और १० बूंद लहसुन का रस लेना चाहिए। सोने से पूर्वलह्सून की ३ पंखुडीया दुध में उबालकर लेने से रात में दमा की तकलीफ काफी हद तककम हो सकती है। दमा से आराम पाने के लिये एक लहसुन बारीक पीस कर ३ चम्मचव्हिनेगर में डाल कर उबाल लीजिये ठंडा होने के बाद छानकर उतनी ही मात्रा में शहदमिलाकर तैयार करें । यह रसायन २ चम्मच मेथी के अर्क के साथ सोने से पूर्व लें।न्युमोनिया में आराम पाने के लिये आधा लिटर पानी में एक
ग्राम लहसुन और २५० मिलीदूध डालकर उबालें । एक चौथाई होने तक उबालते रहें । यह दूध दिन में तीन बार लें। क्षयरोग में आराम पाने के लिये लहसुन दूध में उबाल कर
लेना चाहिये।
2 - पाचन विकार
लहसुन शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। पाचन रस कास्त्राव अच्छा करता है जिससे आंतो की हलचल में गती मिलती है। किसी भी पाचन विकारमें लह्सून का दुध या पानी के साथ
अर्क लिया जा सकता है। आन्तों के जीवाणू संक्रमण मेंलहसुन के इस्तेमाल से फायदा मिलता है। यह कृमी नाशक भी है और हर रोज लहसुन केदो गांठे खाने से अत्यंत लाभ प्राप्त होता है। कोलायटीस, पेचीश में लहसुन की एक कॅप्सूलकाफी है। पेट की सभी रोगों से राहत पाने के लिए लहसुन एक हिस्सा, सैन्धा नमक औरघी में भुना हुआ हिंग एक चौथाई हिस्सा
अद्रक के रस के साथ लेने से बहुत लाभ मिलता है।
3 - उच्च रक्त चाप
लहसुन के उचित उपयोग से रक्त वाहिका के उपर आने वाला दबाव और तनाव कम होजाता है। नाड़ी और ह्रदय के कंपन की गति कम हो जाती है। उच्च रक्त चाप के उपचार केलिए लहसुन तेल की छह बुंदे, चार चम्मच पानी के साथ दो बार ले। बढा हुआ रक्त चापकम करने के लिये लहसून, पुदिना, जीरा, धनिया, काली मिर्च और सैंधा नमक से बनी हुईचटनी का
सेवन करना चाहिये।
4 - हृदय रोग
लहसुन के नियमित सेवन से रक्त वाहिका में जमा हुआ
कोलॅस्टेरोल (Cholesterol) आसानी से निकलने में मदद
होती है और दिल का दौरा आने की संभावना कम होती है।
यदि किसी को दिल का दौरा आने की सम्भावना है तो उसे
प्रतिदिन ५-६ लहसुन कीपंखुड़ियां अवश्य लेनी चाहिए। दूध के साथ लहसुन लेना भी सेहत के लिए काफी लाभदायक है।
5 - कैंसर
कैंसर में लहसुन का नियमित सेवन जारी रखने से सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्याबढती है तथा कैंसर की कोशिकाओं की बढत १३९ % से कम हो जाती है।
अन्य लाभ --
काली खांसी, रक्त दोष, गलझिल्ली, बहरापन, कुष्ठ रोग,
गठीया, बवासीर, यकृत औरपित्ताशय के विकार आदि रोगो के लिए भी लहसुन बहुत लाभदायक है। कामेच्छा कमहोना, संभोग शक्ती कमजोर होने में लहसुन का उपयोग किया जा सकता है।
1 comments
I am sufrong vat parables please sent me any Ayurvedic medicine name are home remisies
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