गुग्गुल के फायदे / Benefits of Guggul
आयुर्वेद में गुग्गुल एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि के रूप में माना जाता है। जब ये घी या कैस्टर ऑयल के साथ मिल जाता है तो इसकी ताकत कई गुना बढ़ जाती है और ये कई रोगों को ठीक करने में मदद करता है।
Benefit of Guggulu: गुग्गुल को सदियों से औषधीय के रूप में यूज किया जा रहा है। डायबिटीज से लेकर ओबेसिटी जैसी कई जटिल बीमारियों को ठीक करने का दम गुग्गुल में है। ये एंटी ऑक्सीडेंट,एंटी बैक्टीरियलऔर एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है और यही कारण है कि यह कई गंभीर बीमारियों में एक बेहतर औषधिय साबित होता है।
गुग्गुल वात, पित, कफ और अर्श नाशक होता है। इसके अलावा इसमें सूजन और जलन को कम करने के गुण भी होते हैं। गुग्गुल एक वृक्ष का नाम है। इससे मिलने वाला गोंद ही गुग्गुल होता है। स्वाद में कड़वा और कसैला होता है। यह गर्म प्रकृति का माना जाता है। इसे रोग के अनुसार कई चीजों में मिलाकर लिया जाता है। आइए जानें किन किन रोगों के लिए ये फायदेमंद है।
आयुर्वेदकि औषधि गुग्गुल कई बीमारियों में है फायदेमंद
जोड़ों के दर्द में आराम
हड्डियों में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो गुग्गुल बहुत सही औषधिय है। हड्डियों में सूजन, चोट के बाद होने वाले दर्द और टूटी हड्डियों को जोड़ने एवं रक्त के जमाव को दूर करने में बहुत लाभकारी होती है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
यूट्रस से जुड़ी दिक्कत में आराम
यूट्रस से जुड़ें रोगों के लिए गुग्गुल बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए एक चम्मच गुग्गुल पाउडर को सुबह-शाम गुड़ के साथ लेना चाहिए। अगर रोग बहुत जटिल है तो 4 से 6 घंटे के अन्तर पर इसका सेवन करते रहना चाहिए।
दर्द और सूजन
गुग्गुल में मौजूद इन्फ्लेमेशन गुण दर्द और सूजन में राहत देने में मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर के तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाने में भी बहुत मदद करता है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
स्किन से जुड़ी दिक्कत
खून की खराबी के कारण शरीर में होने वाली फोड़े, फुंसी व चकत्ते या कोई अन्य स्किन डिजीज में भी गुग्गुल बहुत असरदार होता है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
ओबेसिटी
गुग्गुल फैट को कम करता है। 1 से 2 ग्राम शुद्ध गुग्गुल को गर्म पानी के साथ दिन में 3 बार लें। चाहे तो गुग्गुल शुद्ध करने के लिए इसे त्रिफला के काढ़े और दूध में पका लें। यह ओबेसिटी से असानी से छुटकारा दिला देगा।
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डायबिटीज
गुग्गुल इंसुलिन के प्रोडक्शन को सही करने का काम करता है। इसलिए इसे डायबिटीज पेशेंट्स को जरूर खाना चाहिए। ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और पेनक्रियाज को प्रोटेक्ट करता है जिससे इंसुलिन का प्रोडक्शन सही होता है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
कॉन्स्टिपेशन में फायदेमंद
कॉन्स्टिपेशन की शिकायत हो तो गुग्गुल का चूर्ण फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए लगभग 5 ग्राम गुग्गुल में 5 ग्राम त्रिफला चूर्ण को मिलाकर रात में हल्के गर्म पानी के साथ लें। इससे पुराना कॉन्स्टिपेशन भी सही हो जाएगा साथ ही शरीर की सूजन भी सही हो जाएगी।
मुंह के छाले-घाव
मुंह के छाले हो या किसी तरह का घाव हो तो गुग्गुल का इलाज सबसे बेहतर है। गुग्गुल को मुंह में रखें या गर्म पानी में घोलकर दिन में 3 से 4 बार इससे कुल्ला व गरारे करने से मुंह के अन्दर के घाव, छाले व जलन ठीक हो जाते हैं।
गंजापन करे दूर
गुग्गुल को सिरके में मिलाकर सुबह-शाम नियमित रूप से सिर पर वहां लगाए जहां बाल नहीं हैं। इसे रोज लगाए जब तक बाल आने न शुरू हो जाएं।
एसिडिटी
1 चम्मच गुग्गुल का चूर्ण एक कप पानी में मिलाकर रख दें। लगभग एक घंटे के बाद छान लें। खाने के बाद इस मिश्रण का सेवन करने से एसिडिटी खत्म हो जाती है।
Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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हाई ब्लड प्रेशर
हाई बीपी और हार्ट के लिए गुग्गुल बहुत फायदेमंद है। इससे हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी भी ठीक हो जाती है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें। ये एक हेल्थ टॉनिक की तरह से काम करता है।
Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
आयुर्वेद में गुग्गुल एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि के रूप में माना जाता है। जब ये घी या कैस्टर ऑयल के साथ मिल जाता है तो इसकी ताकत कई गुना बढ़ जाती है और ये कई रोगों को ठीक करने में मदद करता है।
Benefit of Guggulu: गुग्गुल को सदियों से औषधीय के रूप में यूज किया जा रहा है। डायबिटीज से लेकर ओबेसिटी जैसी कई जटिल बीमारियों को ठीक करने का दम गुग्गुल में है। ये एंटी ऑक्सीडेंट,एंटी बैक्टीरियलऔर एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है और यही कारण है कि यह कई गंभीर बीमारियों में एक बेहतर औषधिय साबित होता है।
गुग्गुल वात, पित, कफ और अर्श नाशक होता है। इसके अलावा इसमें सूजन और जलन को कम करने के गुण भी होते हैं। गुग्गुल एक वृक्ष का नाम है। इससे मिलने वाला गोंद ही गुग्गुल होता है। स्वाद में कड़वा और कसैला होता है। यह गर्म प्रकृति का माना जाता है। इसे रोग के अनुसार कई चीजों में मिलाकर लिया जाता है। आइए जानें किन किन रोगों के लिए ये फायदेमंद है।
आयुर्वेदकि औषधि गुग्गुल कई बीमारियों में है फायदेमंद
जोड़ों के दर्द में आराम
हड्डियों में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो गुग्गुल बहुत सही औषधिय है। हड्डियों में सूजन, चोट के बाद होने वाले दर्द और टूटी हड्डियों को जोड़ने एवं रक्त के जमाव को दूर करने में बहुत लाभकारी होती है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
यूट्रस से जुड़ी दिक्कत में आराम
यूट्रस से जुड़ें रोगों के लिए गुग्गुल बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए एक चम्मच गुग्गुल पाउडर को सुबह-शाम गुड़ के साथ लेना चाहिए। अगर रोग बहुत जटिल है तो 4 से 6 घंटे के अन्तर पर इसका सेवन करते रहना चाहिए।
दर्द और सूजन
गुग्गुल में मौजूद इन्फ्लेमेशन गुण दर्द और सूजन में राहत देने में मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर के तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाने में भी बहुत मदद करता है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
स्किन से जुड़ी दिक्कत
खून की खराबी के कारण शरीर में होने वाली फोड़े, फुंसी व चकत्ते या कोई अन्य स्किन डिजीज में भी गुग्गुल बहुत असरदार होता है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
ओबेसिटी
गुग्गुल फैट को कम करता है। 1 से 2 ग्राम शुद्ध गुग्गुल को गर्म पानी के साथ दिन में 3 बार लें। चाहे तो गुग्गुल शुद्ध करने के लिए इसे त्रिफला के काढ़े और दूध में पका लें। यह ओबेसिटी से असानी से छुटकारा दिला देगा।
Also read: खाने के दौरान आप करते है ये दो बड़ी गलतियां, घटने की बजाय बढ़ता है वजन
डायबिटीज
गुग्गुल इंसुलिन के प्रोडक्शन को सही करने का काम करता है। इसलिए इसे डायबिटीज पेशेंट्स को जरूर खाना चाहिए। ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और पेनक्रियाज को प्रोटेक्ट करता है जिससे इंसुलिन का प्रोडक्शन सही होता है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें।
कॉन्स्टिपेशन में फायदेमंद
कॉन्स्टिपेशन की शिकायत हो तो गुग्गुल का चूर्ण फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए लगभग 5 ग्राम गुग्गुल में 5 ग्राम त्रिफला चूर्ण को मिलाकर रात में हल्के गर्म पानी के साथ लें। इससे पुराना कॉन्स्टिपेशन भी सही हो जाएगा साथ ही शरीर की सूजन भी सही हो जाएगी।
मुंह के छाले-घाव
मुंह के छाले हो या किसी तरह का घाव हो तो गुग्गुल का इलाज सबसे बेहतर है। गुग्गुल को मुंह में रखें या गर्म पानी में घोलकर दिन में 3 से 4 बार इससे कुल्ला व गरारे करने से मुंह के अन्दर के घाव, छाले व जलन ठीक हो जाते हैं।
गंजापन करे दूर
गुग्गुल को सिरके में मिलाकर सुबह-शाम नियमित रूप से सिर पर वहां लगाए जहां बाल नहीं हैं। इसे रोज लगाए जब तक बाल आने न शुरू हो जाएं।
एसिडिटी
1 चम्मच गुग्गुल का चूर्ण एक कप पानी में मिलाकर रख दें। लगभग एक घंटे के बाद छान लें। खाने के बाद इस मिश्रण का सेवन करने से एसिडिटी खत्म हो जाती है।
Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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हाई ब्लड प्रेशर
हाई बीपी और हार्ट के लिए गुग्गुल बहुत फायदेमंद है। इससे हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी भी ठीक हो जाती है। इसके चूर्ण को एक चम्मच सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें। ये एक हेल्थ टॉनिक की तरह से काम करता है।
Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।